Tuesday, March 25, 2025

#विश्वक्षयरोगदिवस



भवाली आने के बाद #कमलानेहरू की जिंदगी अगले करीब 9 महीने तक मरीज के रूप में बिस्तर तक ही सीमित रही । उनके रेडियोग्राफ से पता चला कि उनका बायें फेफेडा काफी छतिग्रस्त है और डाक्टरों ने उसके artificial pneumothorax का निर्णय लिया । उस समय भवाली के प्राइवेट डाक्टर प्रेम लाल शाह जी artificial pneumothorax के विशेषज्ञ समझे जाते थे । इलाज के लिये सेनेटोरियम से निकालकर उन्हे डा शाह के पास लाया गया और उस समय कमला जी की पूरी टीम का निवास बना घोडाखाल तिराहे के पास भीमताल को जाने वाले पैदल रास्ते पर बने कांग्रेसी नेता हीरालाल शाह का मकान ‘ चंद्र भवन ‘ । बाद में हीरालाल शाह जी के इसी मकान में कुछ दिन क्रांतिकारी यशपाल जी और फिर मधुमति फ़िल्म की शूटिंग के समय दिलीप कुमार जी भी रहे ।
डाक्टर प्रेम लाल शाह मूलत: नैनीताल के रहने वाले थे । आगरा मेडिकल कालेज , फिर कलकत्ता और उसके बाद वेल्लौर से फेफड़ों के सम्बंध में विशेषज्ञता प्राप्त कर 1926 के आसपास भवाली आ गये क्योकि उस समय भवाली में टी बी सेनोटोरियम के कारण बाह्यरोगियों की संख्या बढ रही थी और एक अच्छे डाक्टर की यहाँ सख्त जरूरत थी । आज जहाँ भवाली बाजार में खादी आश्रम है , वह पूरा भवन डा प्रेमलाल शाह द्वारा 1928 में बनवाया गया था । वहीं पीछे की तरफ मरीज़ देखने का उनका कमरा था ।
artificial pneumothorax यह बहुत ही दर्द भरा और ख़तरनाक इलाज था जिसके दौरान कुछ कुछ अंतराल पर एक सुई सीने में डालकर और उससे आक्सीजन प्रवेश कराकर फेफड़े को collapse किया जाता था , इसे ही Artificial Pneumothorax कहते हैं। कमला जी को इस आपरेशन की पहली रात मारफीन दी जाती थी और दूसरे दिन लोकल एनेस्थीसिया के बाद सीने में नीडिल डालकर आक्सीजन पम्प की जाती थी । यह इलाज तत्काल काम नही करता था और कभी कभी तो करता भी नही था तो इस तरह के पाँच छ आपरेशन अतिरिक्त कर आक्सीजन पास कराई जाती थी जिसके तमाम दुष्परिणाम और गम्भीर जटिलतायें भी होते थे । यह काम बहुत ही तकनीकी विशेषज्ञ का था और जिसके डा प्रेम लाल शाह विशेषज्ञ माने जाते थे ।
उल्लेखनीय है कि उस समय तक टी बी की कोई दवा ईजाद हो नही हो पायी थी ।
( फोटो में भवाली में डाक्टर प्रेमलाल शाह जी के साथ कमला नेहरू जी मरीज़ के रूप में और दूसरे में नेहरू जी डाक्टर शाह साहब के साथ। कमला जी मृत्यु से एक साल पूर्व की फोटो पर चेहरे में चमक ,नाक नक़्श बेटी इंदिरा की तरह ही ।
वाया Shalendra pratp singh singh

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