Friday, July 20, 2012

एक थी गीता बाली


गीताबाली,हरकीर्तन कौर (1930 – 21 जनवरी 1965) हिंदी फिल्मों की ब्लैक & -वाईट के दौर की मशहूर अदाकारा रही हैं, गीता बाली का जन्म विभाजन के पूर्व के पंजाब में हुआ था । वह सिख थीं और उनके फ़िल्मों में आने से पहले उनका परिवार काफी गरीबी में रहता था। 1950 के दशक में वह काफी मशहूर अदाकारा थीं,गीताबाली ने बतौर बाल कलाकार अपने फ़िल्मी कैरियर की शुरुआत की थी,लगभग 12 साल की उम्र में,बतौर नायिका उनकी पहली फिल्म थी "बदनामी" जिसने उन्हें स्टार बना दिया था.1948 जलसा,सुहागरात,1949 बड़ी बहन, बन्सरिया,भोली,दुलारी,दिल की दुनिया, गरीबी, गलर्स स्कूल,जलतरंग,किनारा,नेकी और बदी,1950 में थी बावरे नैन जो निर्देशित की थी राजकपूर के गुरु केदार शर्मा ने हीरो राजकपूर,1950 में भाई बहन,गुलनार,निशाना, 1951 में भगवान् दादा के साथ आई थी अलबेला जिसके गाने आज भी मशहूर हैं "शोला जो भड़के दिल मेरा धडके" बाज़ी,बेदर्दी, एक था लड़का,घायल, जौहरी,निरंजन,लचक,नखरे,1952 में आनंदमठ, बहु बेटी,जाल,नज़रिया,राग रंग,ज़लज़ला, 1953 में बाज़,फिरदौस, गुनाह,झमेला,नैना, नया घर,दौर,1954 अमीर,डाकू की लड़की,फेर्री, कवि,सुहागन,1955 अलबेली,छोरा छोरी,फरार,जवाब,मिलाप.मिस कोका कोला, थी शम्मी कपूर के साथ,सौ का नोट,वचन,वरदान,बारादरी,1956
इंस्पेक्टर,लालटेन,पौकेटमार,रगीन रातें, सैलाब,ज़िन्दगी,1957 कॉफ़ी हाउस,जलती निशानी, अजी बस शुक्रिया,1958 जेलर,Ten O'Clockसीआईदी.गर्ल,1959 मोहर,नयी राहें,1961 ,सपने सुहाने, Mr. India 1963 जब से तुमने देखा, 1965 रानो,ढाल यह दोनों फिल्में पूरी नहीं हो सकी,गीता बाली ने अपने वक्त के सभी बड़े नायक-नायिका और निर्देशक के साथ काम किया सुरैया,निम्मी, नलनी जयवंत, मधुबाला,माला सिन्हा, राज कपूर,गुरु दत्त,याकूब,जसवंत,सुरेश, बलराज साहनी,नासिर खान, करण दीवान, अशोक कुमार,भगवान्,देव आनंद,भारत भूषण, प्रदीप कुमार,मोतीलाल,अजीत,शेख मुख्तार,सोहराब मोदी, रहमान,प्रेम अदीब, सज्जन, जय राज,राजेंद्र कुमार, ऐ,आर कारदार, अमिया चक्रबर्ती ,गुरु दत्त,गीताबाली ने दिलीप कुमार के साथ कोई फिल्म नहीं की गुरुदात
गुरुदत्त के साथ काम किया शम्मी कपूर के साथ चार फिल्म की 23 अगस्त 1955 को अपने से दो साल छोटे शम्मी कपूर से शादी कर ली,आदित्य और कंचन बेटे और बेटे फ़िल्मी दुनिया से दूर है, शादी के बाद भी वो फिल्मों में काम करती रही,राजकपूर जो बाद में उनके जेठ बने के साथ बावरे नैन और ससुर पृथ्वीराज कपूर के साथ आनंदमठ में हेरोइन बन कर आई ,21 जनवरी 1965 को उनकी मौत smallpox. की वज़ह से हुई थी, रानो, बन रही थी राजेंद्र सिंह बेदी के मशहूर नावेल एक चादर मैली पर रानो का किरदार मिला था गीता बाली को उनके देवर के किरदार में थे उस वक्त के उभरते कलाकार धर्मेन्द्र की,70 के दौर नायिका योगिता बाली भांजी हैं गीता बाली की,सिर्फ 35 साल की उम्र में गीता बाली ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया,पर ब्लैक & -वाईट का 50 और 60 का दशक उनकी याद दिलाता रहेगा.

1 comment:

  1. geeta ji ko film baazi kaise mili? kabhi likhen agar koi janakari ho to

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