Friday, August 31, 2012

यह देश मांगे गुजराती विकास


सूबे की सेहत ख़राब है तो विकास का क्या मतलब है,गुजरात के विकास का सच ----
एक बार की बात है गुरु ने अपने चेले से कहा जाओ बाज़ार से घी और दही ले आओ,चेले ने अपना दिमाग लगाया और सोचा दो बर्तन क्यों लेकर जाऊ ? एक ही बर्तन में दोनों चीजें आ जायेगी सो उसने पानी पिलाने वाला बर्तन ले लिया (बड़े मटकों में यह आज भी इस्तेमाल किया जाता है दोनों तरफ से एक जैसा पानी में डालने पर किसी भी तरफ से भर लिया जाता है सीध
ा रहने पानी नहीं गिरता उल्टा करने पर गिरता है) चेले ने बर्तन लिया और बाज़ार पहुँच गया एक रूपये का घी लिया,अब चेला दही वाले की दुकान पर पहुंचा और दही देने के लिए कहा दुकानदार से कहा दही दे दो जब दुकानदार ने बर्तन मांगा तो चेला ने बर्तन को उलटा कर दिया घी गिर चुका था, उसने दही ले लिया,अब चेला वापस आश्रम पहुंचा,अपने गुरु से बोला गुरु जी लीजिये दही,गुरु जी ने पूछा घी कहाँ है ? चेले ने कहा यह लीजिये घी कह कर उसने बर्तन को उलटा कर दिया,अब दही जमीन पर गिर पड़ा,चेला दही और घी लेने गया,घी लिया, दही की दुकान पर गिरा दिया,दही लिया आश्रम पहुंचा और दही भी गिरा दिया -यह देश मांगे गुजराती विकास

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